उठो सुबह, सूरज से पहले,
नित्य कर्म से निवृत हो लो ।
नित्य नहाओ ठण्डे जल से,
पढ़ने बैठो, पुस्तक खोलो ।।
करो नाश्ता, कपडे़ बदलो,
सही समय जाओ स्कूल ।
करो पढ़ाई खूब लगा मन,
इसमें करो न बिल्कुल भूल ।।
खेलो खेल शाम को प्रतिदिन
तन और मन होंगे बलवान।
ठीक समय से खाना खाओ,
फिर से पढ़ो, बढ़ाओ ज्ञान।।
द्वार प्रगति के खुल जायेंगे ,
करो हौंसला, लगन लगाओ।
लक्ष्य पास में ही पाओगे
बढ़ते जाओ, बढ़ते जाओ ।।
नित्य कर्म से निवृत हो लो ।
नित्य नहाओ ठण्डे जल से,
पढ़ने बैठो, पुस्तक खोलो ।।
करो नाश्ता, कपडे़ बदलो,
सही समय जाओ स्कूल ।
करो पढ़ाई खूब लगा मन,
इसमें करो न बिल्कुल भूल ।।
खेलो खेल शाम को प्रतिदिन
तन और मन होंगे बलवान।
ठीक समय से खाना खाओ,
फिर से पढ़ो, बढ़ाओ ज्ञान।।
द्वार प्रगति के खुल जायेंगे ,
करो हौंसला, लगन लगाओ।
लक्ष्य पास में ही पाओगे
बढ़ते जाओ, बढ़ते जाओ ।।
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